आओ हम कवि मिलकर कवि सम्मेलन करे,
कुछ तेरी , कुछ मेरी कविताओ का विश्लेसन करे!
शब्दों में छुपी एक दुनिया देखे,
बचपन की यादें ,गलिया और चौबारे देखे !
प्रेमी के प्रेम की नदिया देखे,
माँ की ममता की दरिया देखे!
उस नदिया दरिया में डूबी हुई आपनी साँसे देखे,
एक कवि के सोच कल्पना की प्रेरणा देखे!
आओ हम कवि मिलकर कवि सम्मेलन करे,
कुछ तेरी , कुछ मेरी कविताओ का विश्लेसन करे!

Comments (2)
Dude !! Your site is tooooooooooo slow 😛
Hey Vineela,
Thanks for letting me know…probably it is slow bcoz of high resolution images…around 3-4 MB each…I will optimise it soon…
Well, I never saw it slow here in india…looks like US is behind somewhere in compare to india 😉 😛